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क्यों जरूरी है SEO ( Why is SEO essential? )

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सूचनाओं के अथाह संसार में अब खुद का डाटा व्यवस्थित तरीके से रखना जरूरी हो गया है. SEO ऑप्टिमाइज्ड वेब इन्फ्रास्ट्रक्चर से भी सर्च एंजिन फ्रेंडली खाका तैयार किया जा सकता है. इससे एलोगरिदम में भी सुधार करने में मदद मिलती है. मौजूदा दौर में जारी पेड SEO के मुकाबलेऑर्गेनिक SEO एक नॉन पेड सर्विस है जिससे लंबे समय तक लाभ हासिल होता है. ऑर्गेनिक SEO के जरिए बैक-लिंकिंग का काम होता है जो कंपनी, प्रॉडक्ट या फिर इंडिविजुअल को दीर्घकालिक लाभ प्रदान करता है. बिजकोर के मार्केटिंग CEO जोशुआ गुऐरा के मुताबिक मैथोडिक SEO स्ट्रैटजीज़ के दौरान आप जितना ऑप्टिमल यूजर एक्सपीयरेंस करते हैं आपको ऑर्गेनिक ट्रैफिक के साथ उच्चतम पोजिशन का रिवार्ड भी मिलता है. पे पर क्लिक PPC और ईमेल मार्केटिंग की तुलना में सर्च एंजिन ऑप्टिमाईजेशन कम लागत वाला इमेज बिल्डिंग टूल है इसमें महज इंटरनेट कनेक्शन का खर्च आता है. कहना गलत नहीं होगा कि SEO से बेहतर ROI हासिल किया जा सकता है. यूजर्स सर्फिंग ट्रेंड- आजकल कंज्यूमर्स या फैन्स अपने प्रॉडक्ट या नायक के बारे में ज्यादा से ज्यादा पड़ताल करके जानकारी हासिल करना चाहता है.

SEO में ब्लॉगिंग का महत्व

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SEO और ब्लॉगिंग को समझने के लिए पहले SEO यानी सर्च एंजिन ऑप्टिमाईजेशन और फिर ब्लॉग को समझना होगा. दरअसल इंटरनेट पर आज सारा खेल यूजर्स के द्वारा की जा रही खोज में अव्वल आने का है. तमाम सर्च एंजिन जैसे गूगल, याहू, बिंग, बेदू आदि पर यूजर्स व्यक्ति, संस्था, प्रॉडक्ट से लेकर तमाम जानकारियों की तलाश में रहते हैं. ऐसे में उनके द्वारा खोजी जाने वाली चीजों को सर्च एंजिन खोजकर अपनी लिस्ट में शो करता है. ऐसे में खोजकर दर्शाई गई लिस्ट में अव्वल आना काफी टेढ़ी खीर है क्योंकि दुनियाभर के लोगों के बीच में टॉप पर आना काफी कठिन होता है. ऐसे में सर्च एंजिन के ऑन-ऑफ ऑप्टिमाईजेशन के साथ ही की-वर्ड रिसर्च के जरिए खुद को टॉप लिस्ट में अव्वल रखा जा सकता है. ऐसा करने में उन शब्दों और आर्टिकल्स की जरूरत होती है जो संभावित रूप से यूजर्स के द्वारा खोजे जा सकते हैं.  ऐसे में यहां से शुरुआत होती है ब्लॉगिंग की, क्योंकि यदि आपका खुद की वेबसाईट है, या इंटरनेट पर पता ठिकाना, लेकिन यदि उसके बारे में आपने व्यवस्थित जानकारियां नहीं दीं हैं तो वह ठीक उसी तरह है जैसे ताजमहल को बोरे से ढांककर रखना. बजा